Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Dec 2020 · 1 min read

सागर गहरे राज समा कर जीवन को अपनाता है।

जल

सागर गहरे राज समा कर जीवन को, अपनाता है ।
मेघ रूपहले राज छुपा कर जीवन को, हरसाता है।

प्रातः धरती की प्यास बढ़ाने सूरज नभ में आता होगा।
जल बिन मछली जैसे तड़पे धरती को तड़पाता होगा।
प्यास बुझाने राही की हर पथ में जल बरसाता है ।
मेघ रुपहले राज छुपा कर जीवन को हरसाता है ।

सागर गहरे राज समा कर जीवन को अपनाता है।

ज्यों काले काले मेघा आकर बूंद-बूंद जल ,बरसाता है ।
नदिया नाले पोखर गड्डे जल ही जल से, भर जाता है ।
प्यासा राही प्यास बुझा कर मन में मन को ,समझाता है।
मेघ रुपहले राज छुपा कर जीवन को, हरसाता है।

सागर गहरे राज समा कर जीवन को अपनाता है।

अब जलधारा की एक बूंद भी ऐसे व्यर्थ, नहीं करना ।
जल का संग्रह ऐसे करना जैसे धन संग्रह करना।

राही मृग तृष्णा में भटके मरुथल जल दर्शाता है ।
मेघ रुपहले राज छुपा कर जीवन को, हरसाता है ।

सागर गहरे राज समा कर जीवन को अपनाता है।

डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम

Language: Hindi
Tag: गीत
4 Comments · 264 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
View all
You may also like:
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
वाह रे मेरे समाज
वाह रे मेरे समाज
Dr Manju Saini
भारत
भारत
Shashi Mahajan
बनकर हवा का झोंका तेरे शहर में आऊंगा एक दिन,
बनकर हवा का झोंका तेरे शहर में आऊंगा एक दिन,
डी. के. निवातिया
દુશ્મનો
દુશ્મનો
Otteri Selvakumar
3347.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3347.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
व्यावहारिक सत्य
व्यावहारिक सत्य
Shyam Sundar Subramanian
"तब तुम क्या करती"
Lohit Tamta
"नृत्य आत्मा की भाषा है। आत्मा और परमात्मा के बीच अन्तरसंवाद
*प्रणय*
प्रकृति सुर और संगीत
प्रकृति सुर और संगीत
Ritu Asooja
जड़ों से कटना
जड़ों से कटना
मधुसूदन गौतम
New Beginnings. 🌻
New Beginnings. 🌻
पूर्वार्थ
*रोग से ज्यादा दवा, अब कर रही नुकसान है (हिंदी गजल)*
*रोग से ज्यादा दवा, अब कर रही नुकसान है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
मजबूरियां थी कुछ हमारी
मजबूरियां थी कुछ हमारी
gurudeenverma198
शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है दोस्तों यहां पर,
शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है दोस्तों यहां पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
काहे से की लवंडा बीबी पाया वर्जिन है। मोदी जी वाह क्या सीन है।
काहे से की लवंडा बीबी पाया वर्जिन है। मोदी जी वाह क्या सीन है।
Rj Anand Prajapati
सरकार अगर बेटियों के लिए पिस्टल/रिवाल्वर का लाइसेंस आसान व उ
सरकार अगर बेटियों के लिए पिस्टल/रिवाल्वर का लाइसेंस आसान व उ
Anand Kumar
एक क़ता ,,,,
एक क़ता ,,,,
Neelofar Khan
गर हो जाते कभी किसी घटना के शिकार,
गर हो जाते कभी किसी घटना के शिकार,
Ajit Kumar "Karn"
" डिजिटल अरेस्ट "
Dr. Kishan tandon kranti
सावन
सावन
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
साधा तीखी नजरों का निशाना
साधा तीखी नजरों का निशाना
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गीत- चले आओ मिले तुमसे...
गीत- चले आओ मिले तुमसे...
आर.एस. 'प्रीतम'
लोकतंत्र बस चीख रहा है
लोकतंत्र बस चीख रहा है
अनिल कुमार निश्छल
मैंने आईने में जब भी ख़ुद को निहारा है
मैंने आईने में जब भी ख़ुद को निहारा है
Bhupendra Rawat
ग्यारह होना
ग्यारह होना
Pankaj Bindas
🙏 * गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 * गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
सृजन और पीड़ा
सृजन और पीड़ा
Shweta Soni
हमारी आखिरी उम्मीद हम खुद है,
हमारी आखिरी उम्मीद हम खुद है,
शेखर सिंह
वो भ्रम है वास्तविकता नहीं है
वो भ्रम है वास्तविकता नहीं है
Keshav kishor Kumar
Loading...