साँस चलती रहे
साथ तुम जो रहो आस पलती रहे,
हाथ दिल पर रखो साँस चलती रहे ।
छोड़ देना नहीं तुम कभी राह में,
दूर से ही सही चाह फलती रहे ।
दीपक चौबे ‘अंजान’
साथ तुम जो रहो आस पलती रहे,
हाथ दिल पर रखो साँस चलती रहे ।
छोड़ देना नहीं तुम कभी राह में,
दूर से ही सही चाह फलती रहे ।
दीपक चौबे ‘अंजान’