सही राह पर रहें सदा मेरे जज्बात
सनातनी परिवार में जन्म
दे ईश्वर ने किया उपकार
सारी दुनिया को मानते हैं
मेरे पुरखे अपना परिवार
सर्वे भवंतु सुखिन: मंत्र का
हम करते हैं निरंतर जाप
फिर भी न जाने क्यों जग के
लोग अनेक रखते हैं संताप
औरों के त्यौहार को देखकर
हम रखते हैं संतोष का भाव
फिर भी हमारी जड़ों में मट्ठा
डाल दूजे रखते सदा कुभाव
ईश्वर से यही अर्ज हम करते
रहते हर दिन और हर रात
मानवीय मूल्य पालन में सही
राह पर रहें सदा मेरे जज्बात