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9 Jun 2024 · 1 min read

सहानुभूति

सहानुभूति (वर्ण पिरामिड)

तू
मत
घबड़ा
मैं साथी हूँ
नजदीकी हूँ
अहसास करो
दुख दूर करूँगा।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 64 Views

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