Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Apr 2024 · 1 min read

सवाल ये नहीं

सवाल ये नहीं तुम को पाकर
हम क्या पाते ,
हम ज़र्रा थे निगाहों में तेरी
क्या आते ।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
4 Likes · 112 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
रिश्ते से बाहर निकले हैं - संदीप ठाकुर
रिश्ते से बाहर निकले हैं - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
मात - पिता से सीख
मात - पिता से सीख
राधेश्याम "रागी"
আমি তোমাকে ভালোবাসি
আমি তোমাকে ভালোবাসি
Otteri Selvakumar
देश हमारा भारत प्यारा
देश हमारा भारत प्यारा
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
फुलवा बन आंगन में महको,
फुलवा बन आंगन में महको,
Vindhya Prakash Mishra
उजले कारों से उतर फूलों पर चलते हों
उजले कारों से उतर फूलों पर चलते हों
Keshav kishor Kumar
सावन बीत गया
सावन बीत गया
Suryakant Dwivedi
Grandma's madhu
Grandma's madhu
Mr. Bindesh Jha
"कहने में"
Dr. Kishan tandon kranti
इश्क़ में न जाने कितने क़िरदार होते हैं,
इश्क़ में न जाने कितने क़िरदार होते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शे
शे
*प्रणय*
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
inner voice!
inner voice!
कविता झा ‘गीत’
"हृदय में कुछ ऐसे अप्रकाशित गम भी रखिए वक़्त-बेवक्त जिन्हें आ
गुमनाम 'बाबा'
*सुंदर लाल इंटर कॉलेज में विद्यार्थी जीवन*
*सुंदर लाल इंटर कॉलेज में विद्यार्थी जीवन*
Ravi Prakash
रात
रात
sushil sarna
*इन तीन पर कायम रहो*
*इन तीन पर कायम रहो*
Dushyant Kumar
Don’t wait for that “special day”, every single day is speci
Don’t wait for that “special day”, every single day is speci
पूर्वार्थ
जन्मदिन मनाने की परंपरा दिखावे और फिजूलखर्ची !
जन्मदिन मनाने की परंपरा दिखावे और फिजूलखर्ची !
Shakil Alam
दिल में भी
दिल में भी
Dr fauzia Naseem shad
आगे हमेशा बढ़ें हम
आगे हमेशा बढ़ें हम
surenderpal vaidya
*इश्क़ की फ़रियाद*
*इश्क़ की फ़रियाद*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
पग-पग पर हैं वर्जनाएँ....
पग-पग पर हैं वर्जनाएँ....
डॉ.सीमा अग्रवाल
जीवन एक और रिश्ते अनेक क्यों ना रिश्तों को स्नेह और सम्मान क
जीवन एक और रिश्ते अनेक क्यों ना रिश्तों को स्नेह और सम्मान क
Lokesh Sharma
3071.*पूर्णिका*
3071.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
करगिल के वीर
करगिल के वीर
Shaily
वसंत की बहार।
वसंत की बहार।
Anil Mishra Prahari
ശവദാഹം
ശവദാഹം
Heera S
রাধা মানে ভালোবাসা
রাধা মানে ভালোবাসা
Arghyadeep Chakraborty
Loading...