Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Oct 2018 · 1 min read

सल्फास

हर नज्म यूहीँ दिल के, अहसास सी होती है।
कुछ रंग मोहब्बत के, सल्फास सी होती है।।
जीने के वजह कोई, मरने की वजह कोई।
कुछ सांस से होते है, कुछ फ़ांस सी होती है।।

कोई छोड़ के जिद आये, कोई तोड़ के दिल जाए।
कोई हाथ रहे मलते, की तोहमत न मिल जाए।।
ख्वाहिश वो कोई सा हो, अरदास सी होती है।
कुछ रंग मोहब्बत के, सल्फास सी होती है।।

हर ज़ख्म ज़िगर के तो, दिखते न दिखाने से।
चाहे रोग प्रेम ही हो, वो छुपते न छुपाने से।।
हर दर्द जमाने का, कुछ खाश सी होती है।
कुछ रंग मोहब्बत के, सल्फास सी होती है।।

उपयोग वो कैसे हो, जानना ज्ञान जरूरी है।
ना भंग हो मर्यादा, ये रखना ध्यान जरुरी है।।
अमृत न ज़हर बन ले, ये विश्वास सी होती है।
कुछ रंग मोहब्बत के, सल्फास सी होती है।।

©® पांडेय चिदानंद “चिद्रूप”
(सर्वाधिकार सुरक्षित २३/१०/२०१८)

Language: Hindi
Tag: गीत
13 Likes · 352 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सरकारी
सरकारी
Lalit Singh thakur
अपने सिवा किसी दूजे को अपना ना बनाना साकी,
अपने सिवा किसी दूजे को अपना ना बनाना साकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
* याद है *
* याद है *
surenderpal vaidya
युद्ध
युद्ध
Shashi Mahajan
पधारो मेरे प्रदेश तुम, मेरे राजस्थान में
पधारो मेरे प्रदेश तुम, मेरे राजस्थान में
gurudeenverma198
तितली
तितली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
#आज_का_दोहा
#आज_का_दोहा
*प्रणय प्रभात*
सारी रोशनी को अपना बना कर बैठ गए
सारी रोशनी को अपना बना कर बैठ गए
कवि दीपक बवेजा
3 *शख्सियत*
3 *शख्सियत*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
वो चिट्ठियां
वो चिट्ठियां
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
କୁଟୀର ଘର
କୁଟୀର ଘର
Otteri Selvakumar
।।बचपन के दिन ।।
।।बचपन के दिन ।।
Shashi kala vyas
*पत्रिका समीक्षा*
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
सुना हूं किसी के दबाव ने तेरे स्वभाव को बदल दिया
सुना हूं किसी के दबाव ने तेरे स्वभाव को बदल दिया
Keshav kishor Kumar
अरुणोदय
अरुणोदय
Manju Singh
" ये धरती है अपनी...
VEDANTA PATEL
कितना मुश्किल है केवल जीना ही ..
कितना मुश्किल है केवल जीना ही ..
Vivek Mishra
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
Rj Anand Prajapati
चन्द्रमाँ
चन्द्रमाँ
Sarfaraz Ahmed Aasee
सच कहूं तो
सच कहूं तो
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मैं जवान हो गई
मैं जवान हो गई
Basant Bhagawan Roy
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
मेरी बच्ची - दीपक नीलपदम्
मेरी बच्ची - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तजुर्बे से तजुर्बा मिला,
तजुर्बे से तजुर्बा मिला,
Smriti Singh
सच बोलने वाले के पास कोई मित्र नहीं होता।
सच बोलने वाले के पास कोई मित्र नहीं होता।
Dr MusafiR BaithA
कान्हा को समर्पित गीतिका
कान्हा को समर्पित गीतिका "मोर पखा सर पर सजे"
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
आत्मविश्वास की कमी
आत्मविश्वास की कमी
Paras Nath Jha
"साहस"
Dr. Kishan tandon kranti
टिमटिमाता समूह
टिमटिमाता समूह
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
जिंदगी एक सफर सुहाना है
जिंदगी एक सफर सुहाना है
Suryakant Dwivedi
Loading...