Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jan 2018 · 1 min read

सर्दी

कोहरा खेले आजकल, चोर सिपाही खेल
सूरज को खुद में छिपा,धूप भेज दी जेल

बर्फीली चलती हवा, चला रही है तीर
पहने मफलर कोट पर, बदन रही है चीर

सर्दी कैसी पड़ रही , बड़ी हो रही पीर
वार करे तलवार सा, ठंडा ठंडा नीर

कपड़े पहने ठंड में, लगे आदमी प्याज
इतना इनका भार है, मुश्किल करने काज

डॉ अर्चना गुप्ता

Language: Hindi
572 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अभिमानी सागर कहे, नदिया उसकी धार।
अभिमानी सागर कहे, नदिया उसकी धार।
Suryakant Dwivedi
हरे कृष्णा !
हरे कृष्णा !
MUSKAAN YADAV
जब कभी  मिलने आओगे
जब कभी मिलने आओगे
Dr Manju Saini
वक़्त के साथ खंडहर में
वक़्त के साथ खंडहर में "इमारतें" तब्दील हो सकती हैं, "इबारतें
*Author प्रणय प्रभात*
हमे यार देशी पिला दो किसी दिन।
हमे यार देशी पिला दो किसी दिन।
विजय कुमार नामदेव
"मत भूलना"
Dr. Kishan tandon kranti
" ढले न यह मुस्कान "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
बिगड़ता यहां परिवार देखिए........
बिगड़ता यहां परिवार देखिए........
SATPAL CHAUHAN
23/111.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/111.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*मेघ गोरे हुए साँवरे* पुस्तक की समीक्षा धीरज श्रीवास्तव जी द्वारा
*मेघ गोरे हुए साँवरे* पुस्तक की समीक्षा धीरज श्रीवास्तव जी द्वारा
Dr Archana Gupta
लहर-लहर दीखे बम लहरी, बम लहरी
लहर-लहर दीखे बम लहरी, बम लहरी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अरमान
अरमान
अखिलेश 'अखिल'
*खोटा था अपना सिक्का*
*खोटा था अपना सिक्का*
Poonam Matia
किस कदर
किस कदर
हिमांशु Kulshrestha
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गायें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हमारी जान तिरंगा, हमारी शान तिरंगा
हमारी जान तिरंगा, हमारी शान तिरंगा
gurudeenverma198
नैन खोल मेरी हाल देख मैया
नैन खोल मेरी हाल देख मैया
Basant Bhagawan Roy
बच्चे (कुंडलिया )
बच्चे (कुंडलिया )
Ravi Prakash
माँ
माँ
लक्ष्मी सिंह
ज़िन्दगी की तरकश में खुद मरता है आदमी…
ज़िन्दगी की तरकश में खुद मरता है आदमी…
Anand Kumar
एक उजली सी सांझ वो ढलती हुई
एक उजली सी सांझ वो ढलती हुई
नूरफातिमा खातून नूरी
बरसाने की हर कलियों के खुशबू में राधा नाम है।
बरसाने की हर कलियों के खुशबू में राधा नाम है।
Rj Anand Prajapati
मैं मुश्किलों के आगे कम नहीं टिकता
मैं मुश्किलों के आगे कम नहीं टिकता
सिद्धार्थ गोरखपुरी
नवाब इफ्तिखार अली खान पटौदी
नवाब इफ्तिखार अली खान पटौदी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
चांद सी चंचल चेहरा 🙏
चांद सी चंचल चेहरा 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तुम भी पत्थर
तुम भी पत्थर
shabina. Naaz
कोशिश
कोशिश
Dr fauzia Naseem shad
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
हश्र का मंज़र
हश्र का मंज़र
Shekhar Chandra Mitra
Loading...