सरस्वती वन्दना
माता शारदे तार दे इस जीवन को,
शीतल हो ताप संताप सारे हर ले |
वाणी की तू देवी, वाग्देवी माता पावकी
कि हँस की सवारी वीणा पुस्तक सोहे कर ले |
लेत तेरा नाम, काम बिगड़े भी बनते है,
ज्ञान में महान ध्यान तेरा कभी धर ले |
तू दया की देवी तेरी करूणा अपार माता,
ज्ञाता होता सबका जो नाम तेरा नर ले |