*”सरस्वती वंदन “*
“सरस्वती वंदन”
ऐसा ज्ञान बहा दो मैया ,
चरणों में झुक जाऊँ।
तम अधंकार मिटा दो मैया ,
अंतर्मन ज्योति जलाऊँ।
श्वेत वस्त्र हंसवाहिनी मैया,
वीणादायिनी वीणा के सुर पाऊँ।
विद्या का भंडार दो मैया ,
तेरी कृपा दृष्टि मैं पा जाऊँ।
अकल के ताले बंद पड़े मैया ,
कैसे द्वार खोल कर आऊँ।
मुझको दो वरदान हो मैया ,
झोली भरकर जाऊँ।
ऐसी प्रीत जगा दो मैया ,
निज तेरे ही गुण मैं गाउँ।
पूजन वंदन पास न मैया,
कैसे भक्ति ध्यान जगाऊँ।
ऐसी लगन लगा दो मैया,
तुम्हें कभी ना भूल पाऊँ।
ऐसा ज्ञान बहा दो मैया ,
पवित्र निर्मल जल बन जाऊँ।
शशिकला व्यास ✍️