सरकार अपराध पर तो नियंत्रण रख सकती है पर किसी के मन पर नहीं
सरकार अपराध पर तो नियंत्रण रख सकती है पर किसी के मन पर नहीं जब तक लोगो के मन मस्तिष्क से हवस,लालच और अनैतिक संबंधों के परिदृश्यों से कनेक्शन नहीं टूटेगा तब तक कानून अपनी कंट्रोलिंग खोता जाएगा अंदर के कामवासनाओं के भूकंप ही बाहरी दुनिया में हलचल मचाते है।
RJ Anand Prajapati