Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Aug 2024 · 1 min read

सरकार अगर बेटियों के लिए पिस्टल/रिवाल्वर का लाइसेंस आसान व उ

सरकार अगर बेटियों के लिए पिस्टल/रिवाल्वर का लाइसेंस आसान व उसे सभी प्रकार के टैक्स से मुक्त करके ख़रीदने का मौक़ा देती तो रक्षाबंधन पर बहनों के लिए भाइयों द्वारा इससे बेहतर कोई गिफ़्ट नहीं होता। साथ ही बेटियों को बाप कम से कम रिवाल्वर या पिस्टल देकर विदा करता तो दहेज या अन्य वजह से सताने बाले ससुरालियों के अंदर भय भी रहता।
वक्त बहुत कम है सरकार सोच सके तो सोच लो, क्योंकि आपके पास इन हालातों में सुरक्षा के कोई ठोस उपाय नहीं हैं! आख़िर आपकी फ़ज़ीहत भी नहीं होगी।

मेरी कलम से…
आनन्द कुमार

38 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ऐसी थी बेख़्याली
ऐसी थी बेख़्याली
Dr fauzia Naseem shad
ऐ सावन अब आ जाना
ऐ सावन अब आ जाना
Saraswati Bajpai
"दोस्त-दोस्ती और पल"
Lohit Tamta
दोहा पंचक. . . . . वर्षा
दोहा पंचक. . . . . वर्षा
sushil sarna
गम की मुहर
गम की मुहर
हरवंश हृदय
लगाओ पता इसमें दोष है किसका
लगाओ पता इसमें दोष है किसका
gurudeenverma198
काम,क्रोध,भोग आदि मोक्ष भी परमार्थ है
काम,क्रोध,भोग आदि मोक्ष भी परमार्थ है
AJAY AMITABH SUMAN
वाह भाई वाह
वाह भाई वाह
Dr Mukesh 'Aseemit'
ईश्वर बहुत मेहरबान है, गर बच्चियां गरीब हों,
ईश्वर बहुत मेहरबान है, गर बच्चियां गरीब हों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"ढूँढ़िए"
Dr. Kishan tandon kranti
राजनीति का नाटक
राजनीति का नाटक
Shyam Sundar Subramanian
जब इंस्पेक्टर ने प्रेमचंद से कहा- तुम बड़े मग़रूर हो..
जब इंस्पेक्टर ने प्रेमचंद से कहा- तुम बड़े मग़रूर हो..
Shubham Pandey (S P)
व्याकरण कविता
व्याकरण कविता
Neelam Sharma
वगिया है पुरखों की याद🙏
वगिया है पुरखों की याद🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अध्यापक दिवस
अध्यापक दिवस
SATPAL CHAUHAN
ପିଲାଦିନ ସଞ୍ଜ ସକାଳ
ପିଲାଦିନ ସଞ୍ଜ ସକାଳ
Bidyadhar Mantry
कुछ लिखा हू तुम्हारी यादो में
कुछ लिखा हू तुम्हारी यादो में
देवराज यादव
*योग (बाल कविता)*
*योग (बाल कविता)*
Ravi Prakash
एक बार होता है
एक बार होता है
Pankaj Bindas
बहके जो कोई तो संभाल लेना
बहके जो कोई तो संभाल लेना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
फुटपाथ की ठंड
फुटपाथ की ठंड
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
हमने तुम्हें क्या समझा था,
हमने तुम्हें क्या समझा था,
ओनिका सेतिया 'अनु '
क्रोध
क्रोध
ओंकार मिश्र
सेल्फी या सेल्फिश
सेल्फी या सेल्फिश
Dr. Pradeep Kumar Sharma
..
..
*प्रणय प्रभात*
2467.पूर्णिका
2467.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
"आंखों के पानी से हार जाता हूँ ll
पूर्वार्थ
* पहचान की *
* पहचान की *
surenderpal vaidya
बदरा को अब दोष ना देना, बड़ी देर से बारिश छाई है।
बदरा को अब दोष ना देना, बड़ी देर से बारिश छाई है।
Manisha Manjari
𑒧𑒻𑒟𑒱𑒪𑒲 𑒦𑒰𑒭𑒰 𑒮𑒧𑓂𑒣𑒴𑒩𑓂𑒝 𑒠𑒹𑒯𑒏 𑒩𑒏𑓂𑒞 𑒧𑒹 𑒣𑓂𑒩𑒫𑒰𑒯𑒱𑒞 𑒦 𑒩𑒯𑒪 𑒁𑒕𑒱 ! 𑒖𑒞𑒻𑒏
𑒧𑒻𑒟𑒱𑒪𑒲 𑒦𑒰𑒭𑒰 𑒮𑒧𑓂𑒣𑒴𑒩𑓂𑒝 𑒠𑒹𑒯𑒏 𑒩𑒏𑓂𑒞 𑒧𑒹 𑒣𑓂𑒩𑒫𑒰𑒯𑒱𑒞 𑒦 𑒩𑒯𑒪 𑒁𑒕𑒱 ! 𑒖𑒞𑒻𑒏
DrLakshman Jha Parimal
Loading...