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14 Jun 2024 · 1 min read

“सम्मान व संस्कार व्यक्ति की मृत्यु के बाद भी अस्तित्व में र

“सम्मान व संस्कार व्यक्ति की मृत्यु के बाद भी अस्तित्व में रहते है लेकिन झूठा अभिमान व अहंकार उसकी मृत्यु के साथ ही समाप्त हो जाता है। इसलिए सम्मान व संस्कार को जीवित रखे, व्यर्थ का अहंकार न पालें।”
© कुलदीप कुंदन

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