समय निकल जाएगा,
समय निकल जाएगा,
कुछ भी नहीं कर पाएंगे!
खुद आगे बढ़ने की ज़द में,
सारे वक़्त निकल जाएंगे!
खुद भी आगे बढ़ें…
औरों को भी बढ़ने दें…
मिल-जुलकर एक साथ,
कदम में कदम मिलाकर चलें…
अकेला से जब काम न बने,
मिल-जुलकर साथ ही चलें…
….अजित कर्ण ✍️