*Perils of Poverty and a Girl child*
आह
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
बुढ़ापा
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
जिंदगी जी कुछ अपनों में...
इंसानों के अंदर हर पल प्रतिस्पर्धा,स्वार्थ,लालच,वासना,धन,लोभ
मनुष्य भी जब ग्रहों का फेर समझ कर
सिर्फ चुटकुले पढ़े जा रहे कविता के प्रति प्यार कहां है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
उम्मीद कभी तू ऐसी मत करना
Udaan Fellow Initiative for employment of rural women - Synergy Sansthan, Udaanfellowship Harda
खुद ही परेशान हूँ मैं, अपने हाल-ऐ-मज़बूरी से
बच्चे पैदा करना बड़ी बात नही है