समय आया है पितृपक्ष का, पुण्य स्मरण कर लें।
समय आया है पितृपक्ष का, पुण्य स्मरण कर लें।
श्राद्ध कर्म होता अति पावन, भाव कलश भर लें।
तृप्त करें अपने पितरों को, अति शुभ कर्म यही।
भक्ति भाव के पावन पथ पर, स्वयं कदम धर लें।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य, ०७/१०/२०२३