समझौता _ वक़्त से __ शेर
“समझौता” परिस्थितियों से करना पड़ता है।
वक्त ऐसी वैसी जैसी रफ्तार दे चलना पड़ता है।
वक्त के हाथों में ही सब कुछ अपना,
वक्त जो कराए सब को करना पड़ता है।।
राजेश व्यास अनुनय
“समझौता” परिस्थितियों से करना पड़ता है।
वक्त ऐसी वैसी जैसी रफ्तार दे चलना पड़ता है।
वक्त के हाथों में ही सब कुछ अपना,
वक्त जो कराए सब को करना पड़ता है।।
राजेश व्यास अनुनय