हम कैसे कहें कुछ तुमसे सनम ..
!!! भिंड भ्रमण की झलकियां !!!
Job can change your vegetables.
अंजान बनते हैं वो यूँ जानबूझकर
ये साल भी इतना FAST गुजरा की
दुश्मन से भी यारी रख। मन में बातें प्यारी रख। दुख न पहुंचे लहजे से। इतनी जिम्मेदारी रख। ।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बहुत फ़र्क होता है जरूरी और जरूरत में...
फितरत
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
पिता की लाडली तो हर एक बेटी होती है, पर ससुर जी की लाडली होन
Be happy with the little that you have, there are people wit
23/167.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
*अभिनंदनीय हैं सर्वप्रथम, सद्बुद्धि गणेश प्रदाता हैं (राधेश्
पद्धरि छंद ,अरिल्ल छंद , अड़िल्ल छंद विधान व उदाहरण
या सरकारी बन्दूक की गोलियाँ
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
*प्रश्नोत्तर अज्ञानी की कलम*