सभी मतलबी
सभी मतलबी (स्वर्णमुखी छंद/सानेट)
सभी स्वार्थ में दिखते अंधा।
अपना काम बनाते रहते।
इसीलिए वे मतलब रखते।
उनके जीवन का य़ह धन्धा।
अति आदर उनको देते हैं।
जिनसे काम बनाना होता।
चन्दन इत्र लगाना होता।
उल्लू सीधा कर लेते हैं।
काम बनाने में हैं माहिर।
सिर्फ लाभ में जीते रहते।
नहीं हानि का सौदा करते।
छुपे हुए रुस्तम जग जाहिर।
जकड़े हुए सभी अपने में।
व्यस्त सभी खुद को जपने में।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र,हरिहरपुर,वाराणसी-221405