सबरीमाला पर विचार
सिर्फ साफ सफाई के उद्देश्य से
मासिकधर्म के दिनों में
मंदिर , किचन आदि पर
स्वविवेक से स्त्री स्वयं
वहाँ नहीं जाती है
इसके लिए इतना
हो हल्ला मचाने
नियम बनाने की
कोई जरूरत नही है
स्त्री ही सृजन है
स्त्री ही सृष्टि है
स्त्री ही देवी है
संतोष श्रीवास्तव भोपाल