सबको राम राम राम
# सबको राम राम राम #
प्रभु पधारे अपने धाम
सबको राम राम राम
तुम भी आओ अयोध्या धाम
सबको राम राम राम
प्रभु पधारे अपने धाम सबको राम राम राम
वर्षों तक सूनी थी अयोध्या
कोई नहीं था पालनहार
राम लला जब दूर थे घर से
कोई नहीं था खेवनहार
आज हो गई प्राण प्रतिष्ठा
आज हो गई प्राण प्रतिष्ठा
सबको मिल गए अपने राम
प्रभु पधारे अपने धाम सबको राम राम राम
चलो साथियों माथा टेकें
अब नहीं देरी करना है
अपने इष्ट देव की हमको
पूजन अर्चन करना है
बिराज गए जब राम लला
विराज गए जब राम लला
आज मिल गए सबको राम
प्रभु पधारे अपने धाम सबको राम राम राम
इति।
इंजी संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश।