सबकी विपदा हरे हनुमान
जय हनुमान जय हनुमान।
सबकी विपदा हरे हनुमान।
शिव के रूद्र रूप हो आप।
राम का सदा करते हो जाप।
भक्तों को देवें,बल और ज्ञान।
अंजनी के तुम राज दुलारे।
भक्तों के तुम हो रखवारे।
संकट मोचन करें कल्याण।
जो तुझे सिमरे सो सुख पावे।
तेरा नाम सब दर्द मिटावे।
तेरा ध्यान ही राम पुराण।
हर सत्संग में तेरा फेरा।
बिना जप के घोर अंधेरा।
राम नाम बिन है सुनसान।
भक्ति का तुम शिखर हो बाबा।
दुष्टों के लिए तुम उग्र हो बाबा।
हनुमान है बस, नाम महान।
साधु जनों के साथ हो तुम।
निर्बल जनों की आस हो तुम।
सद्गुणों की तुम हो खान।
भक्त भी तुम भगवान भी तुम हो।
दुनिया का विश्वास भी तुम हो।
भीम के भ्राता मारूति बलवान।
तन पर पहना लाल लंगोटा।
हाथ में पकड़ा गदा एक मोटा।
अश अश करता कुल जहान।
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सुधीर कुमार
सरहिंद फतेहगढ़ साहिब पंजाब।