सफ़र से पार पाना चाहता हूँ।
सफ़र से पार पाना चाहता हूँ।
हो अपना वो ठिकाना चाहता हूँ।।
ज़रा सी देर खोलो राजपथ को।
मैं अपने गाँव जाना चाहता हूँ।।
■प्रणय प्रभात■
सफ़र से पार पाना चाहता हूँ।
हो अपना वो ठिकाना चाहता हूँ।।
ज़रा सी देर खोलो राजपथ को।
मैं अपने गाँव जाना चाहता हूँ।।
■प्रणय प्रभात■