सफ़र कोई अनजाना हो…
सफ़र कोई अनजाना हो…
बेहिचक तुम निकल पड़ो!
जोश व जज़्बा कम ना हो,
हिम्मत व साहस से काम लो!
रास्ते खुद-ब-खुद नज़र आएंगे,
निर्भय होकर बस चलते चलो…
…. अजित कर्ण ✍️
सफ़र कोई अनजाना हो…
बेहिचक तुम निकल पड़ो!
जोश व जज़्बा कम ना हो,
हिम्मत व साहस से काम लो!
रास्ते खुद-ब-खुद नज़र आएंगे,
निर्भय होकर बस चलते चलो…
…. अजित कर्ण ✍️