सफर है! रात आएगी
सफर है! रात आएगी
सताई है, सताएगी ,
मगर तुझे, शपथ तेरी
बचाई है, बचाएगी।
✍ सारांश सिंह ‘प्रियम’
सफर है! रात आएगी
सताई है, सताएगी ,
मगर तुझे, शपथ तेरी
बचाई है, बचाएगी।
✍ सारांश सिंह ‘प्रियम’