सपनों में खोए अपने
वो नींद में सोए हैं
कितने सुकून से सोए हैं
देखकर खुशी हो रही है
जो वो सपनों में खोए हैं
है वो जहान मेरा
मेरे साथ ही सोए हैं
है रहमत ऊपरवाले की
हम साथ ही सोए हैं
देखकर खुशी चेहरे पर इनके
खुशी होती है मुझे भी
जब नींद आती है इनको, तभी
नींद आती है मुझे भी
उठाया है जल्दी, रब ने मुझे
यही दृश्य देखने को आज
देखकर इनके चेहरे पर सुकून
मुझे भी मिल रहा सुकून आज
है मेरा हमसफ़र भी नींद में
दिनभर के काम से थक गया है
आराम चाहिए उसको भी थोड़ा
अपनी दिनचर्या से पक गया है
उठाने की कोशिश करूं बच्चे को तो
और सोने की जिद्द करता है वो
हो रहा स्कूल जाने का समय
लेकिन थोड़ा और सोना चाहता है वो
हो गई अब सुबह, है रोशनी चारों ओर
कह रही है वो जगने को सबको
लेकिन, मैं चाहता हूं ऐसे ही सोते हुए
देखता रहूं कुछ देर और इन दोनों को।