“सपनों की उड़ान” #100 शब्दों की कहानी#
जम्मु में मैकेनिकल विभाग के जवान विपिन की सड़क हादसे में हुई मौत की खबर से रमा सात माह की वेदिका को गोद में लिए बदहवास सी हो गई , बेटी के जन्म के बाद ही पति को देश की सेवा हेतु बुलावा आ गया । रमा विवाह से पूर्व शिक्षिका थी, नवनिहालों के सपनों को साकार करने का सपना देखा था, पर वह अधुरा रह गया ।
अभी भी कुछ कर गुजरने का जज्बा रखने वाली रमा ने वेदिका के साथ हौसलों के नए पंख बिखेरते हुए स्वयं के नर्सरी स्कूल की नई शुरूआत से “सपनों की उड़ान” भरी।