Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2024 · 1 min read

सपने

सपने देखना तो हर कोई चाहता है,
हर किसी के अपने अपने सपने हैं,
किसी का घर का सपना…..
किसी का प्यार का सपना…..
किसी का करिअर का सपना…….
तो किसी का आसमान छु लेने का सपना…..
सपने देखना बुरी बात नहीं…..
लेकिन उन्हें पुरा करने की चाह होनी चाहीएँ|
और अपने सपने पुरे करने के लिये,
किसी दुसरे का नुकसान ना हो,
इस बात का खयाल रखना चाहीएँ|

1 Like · 64 Views

You may also like these posts

"सृजन"
Dr. Kishan tandon kranti
जाति-धर्म
जाति-धर्म
लक्ष्मी सिंह
शून्य
शून्य
Roopali Sharma
*अध्याय 2*
*अध्याय 2*
Ravi Prakash
अपने माथे पर थोड़ा सा सिकन रखना दोस्तों,
अपने माथे पर थोड़ा सा सिकन रखना दोस्तों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
थक गया दिल
थक गया दिल
Dr fauzia Naseem shad
होली का रंग
होली का रंग
मनोज कर्ण
मुझ जैसा रावण बनना भी संभव कहां ?
मुझ जैसा रावण बनना भी संभव कहां ?
Mamta Singh Devaa
कविता
कविता
Rambali Mishra
प्यार जिंदगी का
प्यार जिंदगी का
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हम उफ ना करेंगे।
हम उफ ना करेंगे।
Taj Mohammad
ढूॅ॑ढा बहुत हमने तो पर भगवान खो गए
ढूॅ॑ढा बहुत हमने तो पर भगवान खो गए
VINOD CHAUHAN
अपना कोई वजूद हो, तो बताना मेरे दोस्त।
अपना कोई वजूद हो, तो बताना मेरे दोस्त।
Sanjay ' शून्य'
ये जिंदगी गुलाल सी तुमसे मिले जो साज में
ये जिंदगी गुलाल सी तुमसे मिले जो साज में
©️ दामिनी नारायण सिंह
रिश्ते की नियत
रिश्ते की नियत
पूर्वार्थ
गाय को पता नहीं/ प्रसिद्ध व्यंग्यकार और कवि विष्णु नागर की कविता
गाय को पता नहीं/ प्रसिद्ध व्यंग्यकार और कवि विष्णु नागर की कविता
Dr MusafiR BaithA
2526.पूर्णिका
2526.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
■हरियाणा■
■हरियाणा■
*प्रणय*
बाबा फ़क़ीर हमारे
बाबा फ़क़ीर हमारे
Buddha Prakash
बड़े महंगे महगे किरदार है मेरे जिन्दगी में l
बड़े महंगे महगे किरदार है मेरे जिन्दगी में l
Ranjeet kumar patre
*साथ निभाना साथिया*
*साथ निभाना साथिया*
Harminder Kaur
!!कोई थी!!
!!कोई थी!!
जय लगन कुमार हैप्पी
सच,मैं यह सच कह रहा हूँ
सच,मैं यह सच कह रहा हूँ
gurudeenverma198
प्रित
प्रित
श्रीहर्ष आचार्य
ज़ख़्म मेरा, लो उभरने लगा है...
ज़ख़्म मेरा, लो उभरने लगा है...
sushil yadav
ए लड़ी, तू न डर
ए लड़ी, तू न डर
Usha Gupta
राधा कृष्ण होली भजन
राधा कृष्ण होली भजन
Khaimsingh Saini
*सपनों का बादल*
*सपनों का बादल*
Poonam Matia
मेरे दर तक तूफां को जो आना था।
मेरे दर तक तूफां को जो आना था।
Manisha Manjari
‌‌‍ॠतुराज बसंत
‌‌‍ॠतुराज बसंत
Rahul Singh
Loading...