Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jun 2024 · 1 min read

सपने कीमत मांगते है सपने चाहिए तो जो जो कीमत वो मांगे चुकने

सपने कीमत मांगते है सपने चाहिए तो जो जो कीमत वो मांगे चुकने की हिम्मत रखो
वक्त पैसा मेहनत संघर्ष असफलता अपमान रिश्ते और ना जाने क्या क्या मगेंगा कीमत की आड़ में
देगा बहुत थोड़ा सा सफलता के नाम पर
पर लेगा बहुत कुछ सफलता के पहले
देने को जो जो तैयार रहा उनको बेहतर ही मिला है कुछ ना कुछ।

मुफ्त में कुछ नही है सबकी निर्धारित कीमत है
कीमत तो चुकाना होगा कुछ खरीदना या पाना है तो।

133 Views

You may also like these posts

तूॅं कविता चोर हो जाओ
तूॅं कविता चोर हो जाओ
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
वतन से हम सभी इस वास्ते जीना व मरना है।
वतन से हम सभी इस वास्ते जीना व मरना है।
सत्य कुमार प्रेमी
तू सरिता मै सागर हूँ
तू सरिता मै सागर हूँ
Satya Prakash Sharma
भक्ति गीत
भक्ति गीत
Arghyadeep Chakraborty
कभी-कभी खामोशी की,
कभी-कभी खामोशी की,
अनिल "आदर्श"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
*अध्याय 2*
*अध्याय 2*
Ravi Prakash
क़िस्मत से जो मिले, वो नियामत है दोस्ती,
क़िस्मत से जो मिले, वो नियामत है दोस्ती,
Neelofar Khan
गर तुम मिलने आओ तो तारो की छाँव ले आऊ।
गर तुम मिलने आओ तो तारो की छाँव ले आऊ।
Ashwini sharma
2877.*पूर्णिका*
2877.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
उधार  ...
उधार ...
sushil sarna
🙅आज का ज्ञान🙅
🙅आज का ज्ञान🙅
*प्रणय*
देशभक्ति
देशभक्ति
पंकज कुमार कर्ण
" वतन "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
बारिश में नहा कर
बारिश में नहा कर
A🇨🇭maanush
परिवार का सत्यानाश
परिवार का सत्यानाश
पूर्वार्थ
त्यागने से जागने की ओर - रविकेश झा
त्यागने से जागने की ओर - रविकेश झा
Ravikesh Jha
तिरंगा
तिरंगा
लक्ष्मी सिंह
हर कोना गुलाबों सा ये महकाए हुए हैं
हर कोना गुलाबों सा ये महकाए हुए हैं
आकाश महेशपुरी
काश! हमारा भी कोई अदद मीत होता ।
काश! हमारा भी कोई अदद मीत होता ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
महिला दिवस
महिला दिवस
ललकार भारद्वाज
प्रीत हमारी हो
प्रीत हमारी हो
singh kunwar sarvendra vikram
मेरी खुशी हमेसा भटकती रही
मेरी खुशी हमेसा भटकती रही
Ranjeet kumar patre
" मेरा गाँव"
Dr. Kishan tandon kranti
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
सत्ता को भूखे बच्चों की याद दिलाने आया हूं।।
सत्ता को भूखे बच्चों की याद दिलाने आया हूं।।
Abhishek Soni
एक पेड़ का दर्द
एक पेड़ का दर्द
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आपके प्रत्युत्तर में ही आपकी प्रतिभा छुपी है !बेतुकी प्रतिक्
आपके प्रत्युत्तर में ही आपकी प्रतिभा छुपी है !बेतुकी प्रतिक्
DrLakshman Jha Parimal
कौन पैदा हुआ कौन मरा, बुद्ध संकल्पना
कौन पैदा हुआ कौन मरा, बुद्ध संकल्पना
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Loading...