सपना
खुली आंख से फिर एक सपना देखा है मैंने
उसको दूर कहीं तड़पते हुए देखा है मैंने
इस भयानक शोर में चीख उसकी दब गई होगी
जिंदगी बक्श दो पुकारते हुए देखा है मैंने
खुली आंख से फिर एक सपना देखा है मैंने
उसको दूर कहीं तड़पते हुए देखा है मैंने
इस भयानक शोर में चीख उसकी दब गई होगी
जिंदगी बक्श दो पुकारते हुए देखा है मैंने