सनम तुम आ जाओ…………….|गीत| “मनोज कुमार”
सनम तुम आ जाओ सजन तुम आ जाओ………..२
अभी तुम तोड़ के बंदिश, सभी तुम छोड़ के रंजिश
सनम तुम आ जाओ सजन तुम आ जाओ………..२
इकरार हुआ है तुमसे तुमसे प्यार हुआ
जीना हुआ है मुश्किल जब से प्यार हुआ
लिया जो कर गुनाह हमने, गुनाह का साथ दे जाओ
सनम तुम आ जाओ सजन तुम आ जाओ………..२
तुम्हीं को पूजा है हमने तुम्हीं को चाहा है
तुम्हीं से बन्धन है जन्मों जन्मों का नाता है
तमन्ना हो हमारी तुम बाँहों में आ जाओ
सनम तुम आ जाओ सजन तुम आ जाओ………..२
तुम मीत हो दिल के तुम पे कुर्बान हुआ
ये पहली बार नही यही सौ बार हुआ
अब तो भूल पाना मुश्किल भुलाने आ जाओ
सनम तुम आ जाओ सजन तुम आ जाओ………..२
सनम हाथ में दे दो ना हाथ तुम्हारा है
अब रैन कटे कैसे इंतजार तुम्हारा है
आहटें अपनी एक बार सुनाने आ जाओ
सनम तुम आ जाओ सजन तुम आ जाओ………..२
“मनोज कुमार”