सत्य कर्म की सीढ़ी चढ़कर,बिना किसी को कष्ट दिए जो सफलता प्रा
सत्य कर्म की सीढ़ी चढ़कर,बिना किसी को कष्ट दिए जो सफलता प्राप्त की जाती है वही स्थायी सफलता होती है।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम
सत्य कर्म की सीढ़ी चढ़कर,बिना किसी को कष्ट दिए जो सफलता प्राप्त की जाती है वही स्थायी सफलता होती है।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम