Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Apr 2019 · 1 min read

सत्ता परिवर्तन

लघुकथा
शीर्षक – सत्ता परिवर्तन
===================
शादी के एक साल बाद मायके आयी थी सरला ,
उसकी सहेलियाँ और मौहल्ले की औरते, उसकी कुशलता पूछने, मिलने घर आयी हुई थी,,,
” अरे सरला कैसी है, ससुराल में सब कुशल तो है,, “- मोहल्ले की औरतों ने पूंछा l
” हाँ चाची, सब कुशल हैं” – सरला ने कहा l
” अरी सरला ! सुना है तेरी सास बड़ी खरी है, तूने उसका कुछ किया कि नहीं,,, एक साल हो गई अब तो सत्ता परिवर्तन कर दिया होगा उसका….” – किसी ने कहा l
– ” जैसा आप सब सोचते हो वैसा हम भी सोचते थे चाची, कि सासू माँ बहुत खरी होगी ,,, और हमने सोच भी लिया था कि उनकी तानाशाही खत्म करके रहूंगी लेकिन वो सब गलत साबित हुआ,,,
उनकी ममता, लाड़, दुलार के सामने तो मै अपनी माँ को भी भूल गई,,, उन्होने मुझे बेटी जैसा अपनाया, तो मुझे भी उन्हे अपनी माँ बनाते देर न लगी…. सच में चाची, मै अपनी सासू माँ की सत्ता को परिवर्तन करने चली थी पर उन्होंने तो मेरा मन ही परिवर्तित कर दिया” – सरल ने हंसते हुए कहा।

राघव दुबे
इटावा ( उo प्रo)
84394 01034

Language: Hindi
275 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नेता पलटू राम
नेता पलटू राम
Jatashankar Prajapati
चचा बैठे ट्रेन में [ व्यंग्य ]
चचा बैठे ट्रेन में [ व्यंग्य ]
कवि रमेशराज
*माॅं की चाहत*
*माॅं की चाहत*
Harminder Kaur
जब जब तुझे पुकारा तू मेरे करीब हाजिर था,
जब जब तुझे पुकारा तू मेरे करीब हाजिर था,
Sukoon
भाई बहन का रिश्ता बचपन और शादी के बाद का
भाई बहन का रिश्ता बचपन और शादी के बाद का
Rajni kapoor
हर तरफ़ रंज है, आलाम है, तन्हाई है
हर तरफ़ रंज है, आलाम है, तन्हाई है
अरशद रसूल बदायूंनी
"सच्चाई"
Dr. Kishan tandon kranti
माइल है दर्दे-ज़ीस्त,मिरे जिस्मो-जाँ के बीच
माइल है दर्दे-ज़ीस्त,मिरे जिस्मो-जाँ के बीच
Sarfaraz Ahmed Aasee
■ आज ही बताया एक महाज्ञानी ने। 😊😊
■ आज ही बताया एक महाज्ञानी ने। 😊😊
*Author प्रणय प्रभात*
गीत मौसम का
गीत मौसम का
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
जन जन फिर से तैयार खड़ा कर रहा राम की पहुनाई।
जन जन फिर से तैयार खड़ा कर रहा राम की पहुनाई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जिंदगी की एक मुलाक़ात से मौसम बदल गया।
जिंदगी की एक मुलाक़ात से मौसम बदल गया।
Phool gufran
पहले साहब परेशान थे कि हिन्दू खतरे मे है
पहले साहब परेशान थे कि हिन्दू खतरे मे है
शेखर सिंह
ले चल मुझे भुलावा देकर
ले चल मुझे भुलावा देकर
Dr Tabassum Jahan
इतना गुरुर न किया कर
इतना गुरुर न किया कर
Keshav kishor Kumar
सम्यक योग की साधना दुरुस्त करे सब भोग,
सम्यक योग की साधना दुरुस्त करे सब भोग,
Mahender Singh
*क्यों बुद्ध मैं कहलाऊं?*
*क्यों बुद्ध मैं कहलाऊं?*
Lokesh Singh
बेटी है हम हमें भी शान से जीने दो
बेटी है हम हमें भी शान से जीने दो
SHAMA PARVEEN
2856.*पूर्णिका*
2856.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
3) मैं किताब हूँ
3) मैं किताब हूँ
पूनम झा 'प्रथमा'
लोग कह रहे हैं आज कल राजनीति करने वाले कितने गिर गए हैं!
लोग कह रहे हैं आज कल राजनीति करने वाले कितने गिर गए हैं!
Anand Kumar
#वर_दक्षिण (दहेज)
#वर_दक्षिण (दहेज)
संजीव शुक्ल 'सचिन'
*हिंदी की बिंदी भी रखती है गजब का दम 💪🏻*
*हिंदी की बिंदी भी रखती है गजब का दम 💪🏻*
Radhakishan R. Mundhra
लफ्जों के तीर बड़े तीखे होते हैं जनाब
लफ्जों के तीर बड़े तीखे होते हैं जनाब
Shubham Pandey (S P)
*यूं सताना आज़माना छोड़ दे*
*यूं सताना आज़माना छोड़ दे*
sudhir kumar
हर गम छुपा लेते है।
हर गम छुपा लेते है।
Taj Mohammad
याद हो बस तुझे
याद हो बस तुझे
Dr fauzia Naseem shad
जवाबदारी / MUSAFIR BAITHA
जवाबदारी / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
" छोटा सिक्का"
Dr Meenu Poonia
आडम्बर के दौर में,
आडम्बर के दौर में,
sushil sarna
Loading...