सत्ता के सुरूर में…..
कुछ काले कारनामे कर रहे मातहत,
कुछ काले काम वे जो आप किये जा रहे।
रौब से दबाव से प्रभाव से स्वभाव से ही,
मौन जो विरोध के आलाप किये जा रहे।
परदे के पीछे दूध साँपों को पिलाना और,
आगे नाश हेतु मंत्र जाप किये जा रहे।
आपके विनाश सर्वनाश का आधार बनें,
सत्ता के सुरूर में जो पाप किये जा रहे।।
प्रदीप कुमार