सत्ता की भूख
सर्दी की धूप और सत्ता की भूख,
देश की शान किसानों का अपमान,
चंद रुपयों में बिकता इंसान,
देखे हैं नेताओं के ना जाने कितने रूप,
पर हर किसी में होती है सत्ता की भूख,
अब तो हर चौराहे पर भी बिक जाते हैं बोट
देखकर लाल-लाल नोट.
सर्दी की धूप और सत्ता की भूख,
देश की शान किसानों का अपमान,
चंद रुपयों में बिकता इंसान,
देखे हैं नेताओं के ना जाने कितने रूप,
पर हर किसी में होती है सत्ता की भूख,
अब तो हर चौराहे पर भी बिक जाते हैं बोट
देखकर लाल-लाल नोट.