Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Oct 2022 · 1 min read

*सड़‌क को नासमझ फिर भी, छुरी-ईंटों से भरते हैं (मुक्तक)*

सड़‌क को नासमझ फिर भी, छुरी-ईंटों से भरते हैं (मुक्तक)
______________________________
वो जिनके बोल मीठे हैं, हँसी के फूल झरते हैं
सदा वह प्यार की बातें, सभी के साथ करते हैं
हमारी एक है मंजिल, हमारा एक है मालिक
सड़‌क को नासमझ फिर भी, छुरी-ईंटों से भरते हैं
—————————————————-
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

Language: Hindi
142 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
"मुश्किलें मेरे घर मेहमानी पर आती हैं ll
पूर्वार्थ
दया के पावन भाव से
दया के पावन भाव से
Dr fauzia Naseem shad
Life through the window during lockdown
Life through the window during lockdown
ASHISH KUMAR SINGH
शिल्प के आदिदेव विश्वकर्मा भगवान
शिल्प के आदिदेव विश्वकर्मा भगवान
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
परिचर्चा (शिक्षक दिवस, 5 सितंबर पर विशेष)
परिचर्चा (शिक्षक दिवस, 5 सितंबर पर विशेष)
डॉ. उमेशचन्द्र सिरसवारी
ज़िंदगी जीने के लिए है
ज़िंदगी जीने के लिए है
Meera Thakur
जहाँ जिंदगी को सुकून मिले
जहाँ जिंदगी को सुकून मिले
Ranjeet kumar patre
जो दिल में उभरती है उसे, हम कागजों में उतार देते हैं !
जो दिल में उभरती है उसे, हम कागजों में उतार देते हैं !
DrLakshman Jha Parimal
घाव दिए जिसने सभी ,
घाव दिए जिसने सभी ,
sushil sarna
दुख तब नहीं लगता
दुख तब नहीं लगता
Harminder Kaur
अन्याय करने से ज्यादा बुरा है अन्याय सहना
अन्याय करने से ज्यादा बुरा है अन्याय सहना
Sonam Puneet Dubey
मेरे जीवन में सबसे
मेरे जीवन में सबसे
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
मेरा भाग्य और कुदरत के रंग...... एक सच
मेरा भाग्य और कुदरत के रंग...... एक सच
Neeraj Agarwal
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
"पायल"
Dr. Kishan tandon kranti
এটি একটি সত্য
এটি একটি সত্য
Otteri Selvakumar
कहाँ चल दिये तुम, अकेला छोड़कर
कहाँ चल दिये तुम, अकेला छोड़कर
gurudeenverma198
प्रेम - एक लेख
प्रेम - एक लेख
बदनाम बनारसी
बुंदेली दोहा-अनमने
बुंदेली दोहा-अनमने
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
उन्हें क्या सज़ा मिली है, जो गुनाह कर रहे हैं
उन्हें क्या सज़ा मिली है, जो गुनाह कर रहे हैं
Shweta Soni
कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
4767.*पूर्णिका*
4767.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हमारा ये जीवन भी एक अथाह समंदर है,
हमारा ये जीवन भी एक अथाह समंदर है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
International Camel Year
International Camel Year
Tushar Jagawat
जय अयोध्या धाम की
जय अयोध्या धाम की
Arvind trivedi
*बेसहारा बचपन*
*बेसहारा बचपन*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*रामलला त्रेता में जन्में, पूर्ण ब्रह्म अवतार हैं (हिंदी गजल
*रामलला त्रेता में जन्में, पूर्ण ब्रह्म अवतार हैं (हिंदी गजल
Ravi Prakash
जिंदगी की हर कसौटी पर इम्तिहान हमने बखूबी दिया,
जिंदगी की हर कसौटी पर इम्तिहान हमने बखूबी दिया,
manjula chauhan
तुम कहते हो राम काल्पनिक है
तुम कहते हो राम काल्पनिक है
Harinarayan Tanha
विपक्ष की
विपक्ष की "हाय-तौबा" पर सवालिया निशान क्यों...?
*प्रणय*
Loading...