सज्जन का अपमान
दुष्टों का होता रहे,……..जहाँ सदा सम्मान ।
लाजिम है होना वहाँ ,सज्जन का अपमान ।।
सज्जनता का आजकल,यही एक आधार !
ताला रहे जुबान पर,……मांगे नही उधार !!
रमेश शर्मा.
दुष्टों का होता रहे,……..जहाँ सदा सम्मान ।
लाजिम है होना वहाँ ,सज्जन का अपमान ।।
सज्जनता का आजकल,यही एक आधार !
ताला रहे जुबान पर,……मांगे नही उधार !!
रमेश शर्मा.