सजल
सजल
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वो समय,
हम पहर।
वो नदी,
हम नहर।
वो दरिया,
हम लहर।
वो पथिक,
हम सफर।
वो कदम,
हम ड़गर।
वो रजा,
हम मगर।
वो। ग्राम,
हम नगर।
वो मरा,
हम अमर।
वो बड़ा,
हम अजर।
वो नशा,
हम जहर।
वो तना,
हम शजर।
वो रुका,
हम पसर।
वो नरम,
हम समर।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैंथल)