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28 Nov 2020 · 1 min read

सजन बिन

कहे सजना
ये सोलह श्रृंगार
ना जाओ दूर।।

बिंदिया कहे
नयना नीर बहे
आ जाओ पिया।।

तेरी जोगन
ना सम्भले यौवन
राह निहारे।।

सेज है सूनी
प्यास बढ़ती दूनी
हृदय जले।।

ना बीते रातें
किससे करूँ बातें
याद सताए।।

~अशोक बैरवा

Language: Hindi
1 Like · 438 Views
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