सच-झूठ
जीत यहाँअब झूठ की , सच की देखो हार
आज जहाँ में दिख रहे, उलट पुलट व्यवहार
उलट पलट व्यवहार, बहे अब उलटी गंगा
उतना वही महान , यहाँ जो जितना नंगा
होय अर्चना देख ,झूठ से प्रीत यहाँ अब
सच्चाई को सुनो , न मिलती जीत यहाँ अब
डॉ अर्चना गुप्ता