सच्ची मोहब्बत न सरहद को देखती है न मजहब को न ही जाति,वर्ग और
सच्ची मोहब्बत न सरहद को देखती है न मजहब को न ही जाति,वर्ग और समुदाय को सच्ची मोहब्बत तो बस उसे ही देखती है जिसको उसने अपने दिल में बसा लिया है।
RJ Anand prajapati
सच्ची मोहब्बत न सरहद को देखती है न मजहब को न ही जाति,वर्ग और समुदाय को सच्ची मोहब्बत तो बस उसे ही देखती है जिसको उसने अपने दिल में बसा लिया है।
RJ Anand prajapati