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28 Aug 2016 · 1 min read

सच्चा सुख

काज सभी ऐसे करें,जग का हो कल्याण
रहे न कोई भी दुखी,बढ़े सभी का मान
बढ़े सभी का मान,रहें सब ही हर्षाते
जो करते शुभ कर्म,वही निज मंज़िल पाते
जीवन का है मंत्र, पार जो पुन: लगाता
दुख जो सब का हरे, वही सच्चा सुख पाता।।।
कामनी गुप्ता***

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