सच्चा प्यार
अरे यार… ये बुढऊ भी 65 साल में सठिया गया है ये देख पेन ड्राइव के जमाने मे VCR मांग रहा है….
अब कहां से लाऊं अभी के अभी… कहता हुआ म्यूजिक स्टोर का मालिक झल्ला उठा ….जा रे महेश देख जरा पुराने कबाड़ में पड़ा है धूल झाड़ कर ले आ…
पता नही साला कोई पुरानी अंग्रेजी फिल्म देखेगा…
महेश -सर ….VCR मिल गया और चालू भी है कहता हुआ ले आया…
पैंसठ वर्षिय रमाकांत जी की आंखों में चमक आ गई… सर जी …..महेश को बोलो ना मेरे घर आ कर सेट कर दे
जा… रे …महेश लगा आ …म्यूजिक स्टोर का मालिक रमाकांत जी के जुडे हाथ देखकर बोला जोकि विनती करते खडे थे….
घर का मंजर गमगीन था बिस्तर पर एक औरत जिसके सारे बाल झड़ चुके थे ……
कीमो थेरेपी से काया जीर्ण हो चुकी थी रमाकांत जी की पत्नी मरणासन्न अवस्था में….
महेश बोला, “लाओ सेठ जी कौन सी कैसेट चलाऊं…
रमाकांतजी बोले -ये मेरी पत्नी है सरिता है ….
डाक्टर ने कहा अब घर ले जाओ अब अस्पताल मे ….
कम से कम तीन चार घंटे और ज्यादा से ज्यादा तीन दिन का वक्त बचा है अब आखरी वक्त अपने आप को लाल चुनरी में देखना चाहती है…
कहते हुये चश्मा उतार कर आँख मसलते हुये एक पुरानी विडीयो कैसेट आगे कर दी… जिस पर लिखा था —
सरिता वेड्स रमाकांत….
बुजुर्ग दपंति एकदूसरे की आँखों मे देखकर जहां अपनी खुशियों को याद कर रहे थे वही महेश की आँखें इस उम्र मे भी सच्चे प्यार को देखकर गीली हो रही थी