** सच्चा प्यार नहीं **
घरबार बहुत द्वार बहुत है लेकिन सच्चा प्यार नहीं
दौलत की भरमार बहुत है लेकिन कारोबार नहीं
देखो सच्चा यार नहीं क्या दुनियां का व्यवहार यही
भूख है जीवन जीने की क्या इसका पारावार नहीं।।
?मधुप बैरागी
घरबार बहुत द्वार बहुत है लेकिन सच्चा प्यार नहीं
दौलत की भरमार बहुत है लेकिन कारोबार नहीं
देखो सच्चा यार नहीं क्या दुनियां का व्यवहार यही
भूख है जीवन जीने की क्या इसका पारावार नहीं।।
?मधुप बैरागी