*”सकारात्मक सोच”*
सकरात्मक सोच
जब हम दूसरों की अच्छी बातों को सुनते हैं और हम उनकी सोच को अच्छी तरीके से समझ कर जान लेते हैं तो हम अपने जीवन में सकारात्मक सोच का सृजन कर लेते हैं।
जब हमें दूसरों की मदद करने के बारे में सोचते हैं तो आसपास के लोगों के साथ सकारात्मक ऊर्जा व खुशनुमा वातावरण स्थापित करते हैं एक अदभुत चमत्कारी प्रभाव पड़ता है।
वही दूसरी तरफ नकारात्मक सोच मन को उदासीन कर गलत तरीके से कार्य करने को उकसाती है।
गौतम बुद्ध के अनुसार “जैसा हम सोचेंगे वैसा ही बनते जायेंगे”
अर्थात जीवन में नकारात्मक सोच विचार गलत दिशाओं में ले जाते हैं और सकारात्मक सोच से अच्छे मार्गदर्शन में ले जाती है और सकारात्मक सोच सुखद अनुभव परिणाम स्वरूप घटित होती रहेगी।
इसलिए हमेशा अच्छी सकारात्मक सोच नई ऊर्जा शक्ति के साथ ही आसपास मौजूद वातावरण स्थापित हो जाता है।
शशिकला व्यास✍️