संवेदनशीलता
सब जीवों में
स्वाभाविक है वृति
संवेदना की।
अपनत्व से
संवेदनशीलता
पनपती है ।
संवेदना से
परोपकारी भाव
मानवता है ।
दुखी को देख
सेवा व सहयोग
संवेदना है।
संवेदना के
दो शब्द व्यक्त ही
देते साहस।
राजेश कौरव सुमित्र
सब जीवों में
स्वाभाविक है वृति
संवेदना की।
अपनत्व से
संवेदनशीलता
पनपती है ।
संवेदना से
परोपकारी भाव
मानवता है ।
दुखी को देख
सेवा व सहयोग
संवेदना है।
संवेदना के
दो शब्द व्यक्त ही
देते साहस।
राजेश कौरव सुमित्र