संभल जा दिल दीवाने …
ए दिल ! मत कर कोई उम्मीद प्यार की ,
इस खुदगर्ज और दौलत परस्त जहां से।
संभल जा अरे दीवाने! खुद पर रहम कर,
जहां जज्बातों को सिक्कों से है तौला जाता ।
ए दिल ! मत कर कोई उम्मीद प्यार की ,
इस खुदगर्ज और दौलत परस्त जहां से।
संभल जा अरे दीवाने! खुद पर रहम कर,
जहां जज्बातों को सिक्कों से है तौला जाता ।