Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jul 2021 · 1 min read

संभल जाइए

समय रहते
सम्भल जाइए!
थोड़ा-सा
बदल जाइए!!
झमेलों से
अपने आपको
बचाकर
निकल जाइए!!
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#freedomofspeech

Language: Hindi
1 Like · 198 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
सांस
सांस
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
आंगन की किलकारी बेटी,
आंगन की किलकारी बेटी,
Vindhya Prakash Mishra
..
..
*प्रणय प्रभात*
जिंदगी और जीवन भी स्वतंत्र,
जिंदगी और जीवन भी स्वतंत्र,
Neeraj Agarwal
ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
मोहब्बत और मयकशी में
मोहब्बत और मयकशी में
शेखर सिंह
*इक क़ता*,,
*इक क़ता*,,
Neelofar Khan
फ़ितरत
फ़ितरत
Dr.Priya Soni Khare
रमेशराज की विरोधरस की मुक्तछंद कविताएँ—1.
रमेशराज की विरोधरस की मुक्तछंद कविताएँ—1.
कवि रमेशराज
ओ *बहने* मेरी तो हंसती रवे..
ओ *बहने* मेरी तो हंसती रवे..
Vishal Prajapati
पोता-पोती बेटे-बहुएँ,आते हैं तो उत्सव है (हिंदी गजल/गीतिका)
पोता-पोती बेटे-बहुएँ,आते हैं तो उत्सव है (हिंदी गजल/गीतिका)
Ravi Prakash
*** सिमटती जिंदगी और बिखरता पल...! ***
*** सिमटती जिंदगी और बिखरता पल...! ***
VEDANTA PATEL
सितारे हरदम साथ चलें , ऐसा नहीं होता
सितारे हरदम साथ चलें , ऐसा नहीं होता
Dr. Rajeev Jain
ऐ भाई - दीपक नीलपदम्
ऐ भाई - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
ज़िन्दगी में
ज़िन्दगी में
Santosh Shrivastava
उसके कहने पे दावा लिया करता था
उसके कहने पे दावा लिया करता था
Keshav kishor Kumar
हमें अपने जीवन के हर गतिविधि को जानना होगा,
हमें अपने जीवन के हर गतिविधि को जानना होगा,
Ravikesh Jha
तुमको अच्छा तो मुझको इतना बुरा बताते हैं,
तुमको अच्छा तो मुझको इतना बुरा बताते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वो एक एहसास
वो एक एहसास
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
जब कभी प्यार  की वकालत होगी
जब कभी प्यार की वकालत होगी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
3629.💐 *पूर्णिका* 💐
3629.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मुझे इश्क़ है
मुझे इश्क़ है
हिमांशु Kulshrestha
"जादू-टोना"
Dr. Kishan tandon kranti
मां! बस थ्हारौ आसरौ हैं
मां! बस थ्हारौ आसरौ हैं
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
एक है ईश्वर
एक है ईश्वर
Dr fauzia Naseem shad
शाम
शाम
Kanchan Khanna
लफ्जों के जाल में उलझा है दिल मेरा,
लफ्जों के जाल में उलझा है दिल मेरा,
Rituraj shivem verma
कैसे कह दूँ ?
कैसे कह दूँ ?
Buddha Prakash
सफर ये मुश्किल बहुत है, मानता हूँ, इसकी हद को भी मैं अच्छे स
सफर ये मुश्किल बहुत है, मानता हूँ, इसकी हद को भी मैं अच्छे स
पूर्वार्थ
Loading...