Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Feb 2024 · 1 min read

संघर्ष ज़िंदगी को आसान बनाते है

संघर्ष ज़िंदगी को आसान बनाते है
ज़िंदगी के पथ से कांटे हटाते है
जो घबराते है जीवन के संघर्षो से
वो ख़ुद के जीवन को बोझ बनाते है

2 Likes · 164 Views

You may also like these posts

कविता
कविता
Mahendra Narayan
दिन - रात मेहनत तो हम करते हैं
दिन - रात मेहनत तो हम करते हैं
Ajit Kumar "Karn"
"ऐ जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
क्या गुनाह था कि तुम्हें खोया है हमने
क्या गुनाह था कि तुम्हें खोया है हमने
Diwakar Mahto
ठण्डी राख़ - दीपक नीलपदम्
ठण्डी राख़ - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
जिसका ख़ून न खौला
जिसका ख़ून न खौला
Shekhar Chandra Mitra
मंथन
मंथन
सोनू हंस
लोग कहते हैं कि
लोग कहते हैं कि
VINOD CHAUHAN
प्राण वायु
प्राण वायु
Kanchan verma
महा कवि वृंद रचनाकार,
महा कवि वृंद रचनाकार,
Neelam Sharma
जीवन का एक चरण
जीवन का एक चरण
पूर्वार्थ
जलधर
जलधर
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है।
सभी गम दर्द में मां सबको आंचल में छुपाती है।
सत्य कुमार प्रेमी
इतनी धूल और सीमेंट है शहरों की हवाओं में आजकल
इतनी धूल और सीमेंट है शहरों की हवाओं में आजकल
शेखर सिंह
उम्मीद
उम्मीद
NAVNEET SINGH
कविता चोरों को सप्रेम भेंट
कविता चोरों को सप्रेम भेंट
अवध किशोर 'अवधू'
खो गया सपने में कोई,
खो गया सपने में कोई,
Mohan Pandey
यक्षिणी -1
यक्षिणी -1
Dr MusafiR BaithA
फर्श पर हम चलते हैं
फर्श पर हम चलते हैं
Neeraj Agarwal
*कुंडलिया छंद*
*कुंडलिया छंद*
आर.एस. 'प्रीतम'
"आस्था सकारात्मक ऊर्जा है जो हमारे कर्म को बल प्रदान करती है
Godambari Negi
मौत का पैग़ाम होकर रह गई,
मौत का पैग़ाम होकर रह गई,
पंकज परिंदा
#धरती के देवता
#धरती के देवता
Rajesh Kumar Kaurav
जो व्यक्ति दुःख और सुख दोनों में अपना सहमति रखता हो वह व्यक्
जो व्यक्ति दुःख और सुख दोनों में अपना सहमति रखता हो वह व्यक्
Ravikesh Jha
मेरी पावन मधुशाला
मेरी पावन मधुशाला
Rambali Mishra
रुपया दिया जायेगा,उसे खरीद लिया जायेगा
रुपया दिया जायेगा,उसे खरीद लिया जायेगा
Keshav kishor Kumar
मुझे उन दिनों की बेफिक्री याद है कि किसी तोप
मुझे उन दिनों की बेफिक्री याद है कि किसी तोप
Ashwini sharma
बुजुर्गों की सेवा का पुण्य
बुजुर्गों की सेवा का पुण्य
Sudhir srivastava
4737.*पूर्णिका*
4737.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बिहारी बाबू
बिहारी बाबू
श्रीहर्ष आचार्य
Loading...