संकल्प से सिद्धि (गीत)
संकल्प से सिद्धि’ (गीत)
‘संकल्प से सिद्धि’ का नारा, भारतवर्ष में सफल हो |
दुआ करो सब देश वासियों, भारत सबसे निर्मल हो ||(टेक )
१
सुविधा छोड़े नेता अपना, गाँधी जी का मार्ग चुने
गरीब को रखकर ज़मीर में, फंदा योजना का बुने
मतदाता की सुने आवाज़, बंद मार काट दंगल हो
‘संकल्प से सिद्धि’ का नारा,……
२
घूसखोरी, धोखाधड़ी सभी, दफ्तरों में अब बंद हो
मंत्री से संत्री तक अब सब, ईमान का आदर्श हो
मुफलिस करोडपति व्यापारी, ईमां उसका अविचल हो
‘संकल्प से सिद्धि’ का नारा, …….
३
घोटाला काला बाजारी, ईमान को खा रहा है
भ्रष्टाचार मुनाफाखोरी, ज़मीर को बेच रहा है
समाप्त हो सारे बुराइयाँ, तो भारत का मंगल हो
‘संकल्प से सिद्धि’ का नारा,……
,
४
बाहुबल, धनबल का क्या काम, जब स्वच्छ होगा जनतंत्र
ईमान से लडे चुनाव सब, ईमान ही हो सबके मंत्र
बेईमानी छोड़े सब अब, सबका चरित्र सुविमल हो
‘संकल्प से सिद्धि’ का नारा, ……….
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५
स्वच्छ सजीला भारत सारा, गन्दगी का नाम न रहे
सौचालय हर घर में होवे, ये बात सदा याद रहे
कूड़ेदान में कूड़े गिरे, घर बाहर सभी विमल हो
‘संकल्प से सिद्धि’ का नारा,……
६
जात-पात सम्प्रदाय समूह, दकियानूसी कट्टरपन
समूल समाप्त करना सबको, जन जन में हो अपनापन
ख़त्म बुराई मानस से हो, सब जीवन सहज सरल हो
‘संकल्प से सिद्धि’ का नारा, ……..
७
हर हाथ के लिए काम मिले, भूख से न हो अब मौतें
हर सर के लिए एक छत हो, सड़क पर न रैन बीते
लोक कल्याण काम में सदा, ईमान कभी ना दुर्बल हो
‘संकल्प से सिद्धि’ का नारा, ……..|
८
संचार संपन्न सभी गाँव, सड़कों का हो निर्माण
परिपक्व होगा भारत देश, गावों का बढ़ेगा मान
ग्रामीण को सब प्रभुत्व, जंगल उनका अंचल हो
‘संकल्प से सिद्धि’ का नारा, ………
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९
शिक्षा का हो प्रचार प्रसार, विद्यालय हो गावों में
दंड मिले उन व्यापारी को, जुड़े विद्या व्यापार में
“प्रसाद’ सब हो ईमानदार, काला धन अब न धवल हो
‘संकल्प से सिद्धि’ का नारा,
१०
आज़ादी की हीरक जुबली, सब मिलकर जश्न मनाएं
पिछड़ गए जो दोस्त हमारे, हाथ पकड आगे लायें
ह्रदय कमल सब खिलकर महके, सब जनता का मंगल हो
‘संकल्प से सिद्धि’ का नारा, भारतवर्ष में सफल हो |
दुआ करो सब देश वासियों, भारत सबसे निर्मल हो |
कालीपद ‘प्रसाद’
16/08/2017