*श्री हुल्लड़ मुरादाबादी 【कुंडलिया】*
श्री हुल्लड़ मुरादाबादी 【कुंडलिया】
■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
कहने की शैली रही ,हुल्लड़ जी की खास
पहुँचा कब है दूसरा ,अब तक उनके पास
अब तक उनके पास ,गजल का रूप सुहाना
चिंतन – राशि सुषुप्त ,हास्य जाना-पहचाना
कहते रवि कविराय , हुई मुंबइ रहने की
शहर मुरादाबाद ,कला चमकी कहने की
°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451