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12 May 2022 · 1 min read

*श्री हुल्लड़ मुरादाबादी 【कुंडलिया】*

श्री हुल्लड़ मुरादाबादी 【कुंडलिया】
■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
कहने की शैली रही ,हुल्लड़ जी की खास
पहुँचा कब है दूसरा ,अब तक उनके पास
अब तक उनके पास ,गजल का रूप सुहाना
चिंतन – राशि सुषुप्त ,हास्य जाना-पहचाना
कहते रवि कविराय , हुई मुंबइ रहने की
शहर मुरादाबाद ,कला चमकी कहने की
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

497 Views
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